चलती रहेगी जब तक जिंदगी की सांसे
हर रोज नया बदलाव मिलेगा
कभी होगी खुशियों भरी रहे
तो कभी गमों का पहाड़ मिलेगा
कभी नकारात्मकता से भरे भाव
तो कभी सकारात्मकता का भंडार मिलेगा
कभी मिलेंगे परायो में अपने
तो कभी अपनों में भी द्वेष भाव मिलेगा
कभी फूलों सी मुस्कुराती जिंदगी
तो कभी कांटो भरा हार मिलेगा
कभी बड़ी-बड़ी बातों में ओछापन
कभी लघु भावों से ह्रदय द्वार खुलेगा
कभी मिलेगा अपने लिए प्यार
तो कभी होठों पर हंसी दिल मे टकरार मिलेगा
चलती रहेगी जब तक जिंदगी की सांसे
हर रोज नया बदलाव मिलेगा
कभी मिलेंगे धूप में छांव देने वाले
तो कभी तिरस्कार ओ भरा शब्द भंडार मिलेगा
कभी मन से जुड़े संबंध बनेंगे
तो कभी आत्मीयता का अभाव मिलेगा
कभी छोटी सी बात पर प्रशंसा
तो कभी तीक्ष्ण स्वरों से आघात मिलेगा
कभी होगी पल भर में मुश्किलें आसान
तो कभी कष्टकारी परिणाम मिलेगा
कभी लगेगा कि मंजिल है बड़ी दूर
तो कभी पल भर में समाधान मिलेगा
क्या प्रवाह करनी तुझे राही ?
कि कब जिंदगी में पड़ाव मिलेगा ?
तू कर अपना कर्म प्रदर्शन
बाकी वक्त सब आसान करेगा
जब तक चलेगी जिंदगी की सांसे
हर रोज नया बदलाव मिलेगा
-सन्जु तोमर
शामली, उत्तर प्रदेश