कलम की व्यथा Srijan मार्च 12, 2022 इक कलम थी गुमसुम सी, टेबल पर यूँ ही पड़ी हुई। झकझोरा जब मैंने, तब उठकर खड़ी हुई। बोली क्या बात है बताओ जरा, मत कहना कुछ लिख जा... Continue Reading