नदी की धार लिख Srijan दिसंबर 25, 2022 आँख मीचते हो और कहते हो दिखता नहीं परिवर्तन का नर्तन क्या तुम्हें दिखता नहीं आँख खोलकर देखना अब तो आरंभ कर रट क्यूँ लगाये हो दि... Continue Reading
कृष्ण पधारो Srijan अक्टूबर 08, 2022 कृष्ण पधारों आज फिर, छेड़ों मुरली तान । हे गिरिधर हे मोहना, हे सबके भगवान ।। वाट जोहती गाय माँ, सूने यमुना तीर । ... Continue Reading
कृष्ण जन्म Srijan अक्टूबर 08, 2022 भय के किवाड़ डर के ताले अपने आप ही खुल जाते हैं कपट के साये पहरा बैठे ले जम्हाई सो जाते हैं । रात डरावनी काली काली बिजुरी कु... Continue Reading
शिक्षा-मन्दिर व शिक्षक Srijan अक्टूबर 08, 2022 एक आम आदमी और शिक्षक की दिनचर्या में फर्क होता है रात-दिन का वो रोज सुबह तैयार होकर जाते शिक्षा-मन्दिर पूजा, अर्चना करने अपने ... Continue Reading