रंग-बिरंगी गुब्बारे लाता,
गोलू-मोलू,छोटे-छोटे बच्चे,
पैसे लेकर गुब्बारे लेने आतें ।
हर्षित होकर खुशी मनाते,
आसमान मे गुब्बारे उडाते,
छोटी-छोटी बातों मे ही बच्चे,
सारे जग की खुशियाँ पाते ।।
हरे-लाल-गुलाबी-नीले-पीले,
रंगीन गुब्बारों मे ही रंग जाएं,
ऐसे मतवाले होकर इतराते,
गुब्बारों के पीछे भाग जाते।
गुब्बारे पर नाम लिखकर,
हवा मे छोडकर खुशी मनाते,
गुब्बारे वाला बच्चों को लुभाता,
नयी-नयी आकृति के गुब्बारे लाता।
आओ मीना, आओ मिट्ठू,
ले जाओ तुम सारे गुब्बारे,
सब दोस्तों के संग मे खेलों,
पैसे लाकर गुब्बारे ले लो ।।
-नीतू सिंह(स.अ.)
कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय भूरा
कैराना, शामली