स्वर के एक युग का अंत Srijan मार्च 12, 2022 आह! सुना कानों ने यह क्या, नैनों से क्यों बहता पानी । शांत हुई क्यों सरस कोकिला, की अमृतमय मधुरिम वानी ।। स्वर की देवी का यूँ ... Continue Reading
ओ गौरैया Srijan मार्च 11, 2022ओ गौरैया रानी ! मुझे बहुत अच्छे लगते हैं तेरे पंख सुनहले । रोज नहाती फिर क्यों लगते पर तेरे मटमैले । रोज नहाने में तुम करतीं ... Continue Reading