लेंसडॉन की यात्रा Srijan दिसंबर 29, 2022 सूर्य देव पूरी जोर आज़माइश कर रहे थे | लग रहा था जैसे हमें पिघलाकर ही मानेगें | पिछले कुछ दिनों से यही हाल था | बस एक दिन विचार बन ही ... Continue Reading
रोज सुबह Srijan दिसंबर 22, 2020 रोज सुबह मैं उठती हूँ , झट से मंजन करती हूँ | साबुन से रोज नहाती हूँ , तब ही खाना खाती हूँ | ईश्वर का मैं करती ध्यान ... Continue Reading
सशक्तिकरण Srijan नवंबर 09, 2020 महेन्द्र बाबू ने घर में प्रवेश किया | उनकी पत्नी ने जब उन्हें पानी का गिलास थमाया तो थोड़े आश्चर्य से पूछा –“आज दोनों बहन-भाई... Continue Reading
जरूरत Srijan अक्टूबर 10, 2020 बहुत भारी मन से वो प्रधानाचार्य के कार्यालय से बाहर निकला | उसे लग भी यही रहा था कि ऐसा ही होगा| लेकिन घर की ज़रूरतों ने विवश कर दि... Continue Reading