रोज सुबह मैं उठती हूँ ,
झट से मंजन करती हूँ |
साबुन से रोज नहाती हूँ ,
तब ही खाना खाती हूँ |
ईश्वर का मैं करती ध्यान ,
वे ही देते हमको ज्ञान |
फिर मैं जाती हूँ स्कूल ,
जहाँ खिले हैं सुन्दर फूल |
स्कूल मेरा सबसे प्यारा,
मुझको लगता बहुत ही प्यारा |
- जय कुमार