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सृजन समूह शामली, उत्तर प्रदेश

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मंगलवार, 22 दिसंबर 2020

कोण चक्र

 नवाचार का शीर्षक: "कोण चक्र

विषय: गणित

कक्षा: 4 - 8

आवश्यक सामग्री: वृत बनाने के लिए कोई तार या साइकिल के पहिये का रिम या गत्ते का बड़ा टुकड़ा या किसी ड्रम या बाल्टी का बड़ा ढक्कन, रंग बिरंगी टेप व रिबन, ैंची, स्केच, पैंसिल, पटरी इत्यादि।

 निर्माण की विधि:  सबसे पहले यह चक्र बनाने के लिए तार से एक वृत बना लेंगे, या पहिये का रिम या कोई बड़ा ढक्कन प्रयोग कर सकते है ।  इस वृत को रंग बिरंगी टेप से ढक लेंगे । अब रंग- बिरंगे रिबन से वृत की परिधि पर केन्द्र से होते हुए व्यास के रुप मे बराबर दूरी पर बांध देगे या टेप से चिपका देंगे । इस तरह से अलगअलग रंग के 6 रिबन प्रयोग कर लेंगे । इस प्रकार इस वृत के 12 बराबर भाग हो जाते है और प्रत्येक भाग का केन्द्र पर कोण 30 डिग्री हो जाता है इसके साथ -साथ यह चक्र हमारी घड़ी के समान प्रतीत होता है। अब प्रत्येक भाग पर परिधि पर शून्य से प्रारम्भ करते हुए 30 -30 डिग्री का कोण जोडकर (30,60,90,120,150, 180.... 360) का संकेत लगा देंगे ।  बस इस प्रकार हमारा कोण चक्र तैयार है।

प्रयोग की विधि: इस नवाचार का प्रयोग हम बच्चो को विभिन्न कोण दर्शाने व इसके साथ घड़ी में विभिन्न सुईयां अलग-अलग समय कितना कोण बनाती है इसका अनुमान लगाना व गणना करने के बारे में एक सटीक धारणा निर्मित करा सकते है । जैसे कोई भी रिबन जो केन्द्र से जा रही है वह व्यास बनाती है एवं इसके केन्द्र पर 180 डिग्री का कोण लाइन के दोनो ओर बनाती है इसी प्रकार दो रिबन केन्द्र से होते हुए जमा का निशान बना रहा है तो केन्द्र पर चार बराबर कोण बनते है जो 90 डिग्री  के होते है, इसी प्रकार केन्द्र से परिधि की ओर एक रिबन पर शून्य डिग्री का कोण होता है, व विपरित

दिशा में इस लाइन के ऊपर 360 डिग्री का कोण बनेगा । इसी प्रकार की अन्य धारणाएँ एवं त्रिज्या व व्यास इत्यादि के बारे में अच्छी प्रकार से समझा सकते है 

सावधानियां: बनाया गया वृत समान आकार का हो, टेढ़ा ना हो, व रिबन बराबर-बराबर दूरी पर हो, यदि अलग अलग रंग प्रयोग किए है तो विपरीत रंग पास-पास प्रयोग करे ।  बनाये गये वृत पर कोई तीखा भाग यदि है तो उसे टेप से ढक देना चाहिए, रिबन अच्छी तरह से बंधे या चिपकाए गये हो ।

विशेष:   कोणो व वृत के साथ घड़ी के सम्बन्ध को इस चक्र के द्वारा बताया जा सकता है। बांधे गये रिबन के मध्य में एक-एक ओर रिबन लगाकर ओर छोटे कोण दर्शाये जा सकते है, साथ ही वृत के कुछ खण्ड एक साथ जोडकर बड़े कोण भी दर्शाये जा सकते है।

 अलग- अलग रंग प्रयोग करने पर छोटे बच्चे भी रूचिपूर्वक कोणो के बारे में सीखते है, व विभिन्न वृत खण्डों को जोडकर बडे कोण, व किसी वृत खण्ड के ओर बराबर भाग करके छोटे कोण दर्शाने का प्रयास करेंगे ।

नवीन कुमार शर्मा (स.अ.)

बालिका पूर्व माध्यमिक विद्यालय,  टपराना

 

 

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