माँ Srijan जून 05, 2022 सुना देवताओं के बारे में अक्सर मगर देव कोई कभी भी न आया लगी ठोकरें जब ज़माने की मुझको हर बार माँ ने गले से लगाया कभी भूखे रह... Continue Reading
वतन Srijan जून 05, 2022 इन हवाओ में बसे है प्राण मेरे दोस्तों इस वतन की मिटटी में है जान मेरी दोस्तों और भी दुनिआ के नक़्शे में हज़ारो मुल्क है पर तिरंगे की... Continue Reading