खुशियाँ Srijan दिसंबर 25, 2022 आज ख़ुशी का दिन है अदभुत, लौट पुनः ना आये। जी भर कर सब प्यार करो, यह अवसर छूट न जाये॥ हँस लो और हँसा लो जग को, सदा यही मै गाता। प्र... Continue Reading
नया वर्ष कुछ ऐसा आवै Srijan दिसंबर 25, 2022 सुंदर,सरस,सौम्य वाणी, मन को पुलकित कर जावै। रूप सदा निष्कपट रूप में, अपना रूप दिखावै॥ नया वर्ष कुछ ऐसा आवै। हर कोई अपना सा दीखै, हर... Continue Reading
गोविन्द Srijan अक्टूबर 08, 2022 जन्म लेते सभी हैं धरा पर मगर, पाप धुलने कन्हैया प्रकट हो गए। खुल गए सारे बंधन पित-मातु के, उनके रखवाले प्रहरी वहीं सो गए॥ अर्क... Continue Reading
हमारा गाँव Srijan अक्टूबर 03, 2022 नदी किनारे गाँव हमारा, टेढ़े-मेढ़े गलियारे॥ मिट्टी की दीवारें घर की, दादू हैं सबसे न्यारे॥ हर घर में है गैया-बछड़ा, हर घर ... Continue Reading