ग़ज़ल Srijan दिसंबर 25, 2022 भगवान भी उन रिश्तों को ठीक नहीं कर सकते हैं। जहां आज की लड़ाई में अतीत के मुद्दे उठते है। फितरत पर अक्सर गौर किया है मैने लोगो की ... Continue Reading
समानता Srijan मार्च 11, 2022 स्त्री पुरुष सब एक बराबर है। ऐसा संविधान कहता है। पर सच कहूं तो अब भी डर लगता है। डरती हूं अपने मन की बात कहने में। अनुभव ... Continue Reading
औरत का हिस्सा Srijan दिसंबर 15, 2021 जो दिल का हाल सुनाए ऐसा अख़बार नहीं आता। क्यों औरत के हिस्से में उसका इतवार नही आता। बचपन में मासूमियत का प्रतिशत हो रहा कम। किस... Continue Reading
हम हारें या जीते Srijan जून 01, 2021 हम हारें या जीते, ये अलग बात है l पर कोशिश ना करना , ये गलत बात है l अंधेरों का दोष हरदम दीपक को देने वालों, कभी देखा करो कितनी स्... Continue Reading