आज हमारे जीवन में, बस पैसा ही भगवान है |
पैसे बिन कीमत ना कोई, दयनीय बना इंसान है |
पैसे बिन सब रिश्ते झूठे, अपने ही अपनों से छूटे |
मान ना मिलता उन रिश्तों को, जो पैसे की बजह से टूटे |
बस वही हो पाता उनका जो बेच रहा ईमान है |
पैसे बिन कीमत ना कोई
अपने खास संबंधों की, ना इज़्ज़त उनके मन में |
जो होते रुतबे पैसे के, उनकी चाह रखते जीवन में |
दीन हीन क्यों समझें सबको, ना करते सम्मान है |
रूखा सूखा खाते हैं जो, नेक कमाई करते हैं वो |
ना करते हैं चोर बाज़ारी, शान से जीवन जीते हैं वो |
ना ही किसी का लेना देना, ना कहलाते बेईमान है |
पैसे बिना कीमत ना कोई
ये गहना तो उनके ही माथे सजता है |
जिनकी जेबों में रिश्वत का पैसा ठूँस ठूँस कर जाता है |
लेकिन वही जब सरेआम, फिर होते बदनाम हैं l
पैसे बिन कीमत ना कोई
आज वही सब बदल गया है, रिश्ते भूल पैसा आया है |
चमक दमक की दुनियाँ में फिर, क्यों अपने को भरमाया है |
साथ ना कुछ भी सँग जाएगा, अज्ञानी नादान है |
आज हमारे जीवन में, बस पैसा ही भगवान है |
उमा शर्मा 'उमंग '
झाँसी उत्तर प्रदेश