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सृजन समूह शामली, उत्तर प्रदेश

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शनिवार, 8 अक्टूबर 2022

ड्यूटी

      


  बढ़ी सजकता से  बोर्ड परीक्षा में कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी कर रहा था । मैंने पहले ही मन मे ठान लिया था कि आज किसी हो हिलने का मौका नहीं दूंगा ।

पेपर बंटने से पहले कक्षा में चिल्लपों मचा हुआ था । जैसे ही पेपर बंटा कक्षा में शांति सी छा  गई मानो कक्षा में मेरे और अन्य कक्ष निरीक्षक के अलावा और कोई मैजूद न हो ।

   वैसे तो कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी से मैं बचता आ रहा था परंतु इस बार आन लाइन ड्यूटी लगने और जॉइन न करने पर वेतन रोके जाने की बात सुनी तोमैंने  तुरंत ही जॉइन कर लिया ।

  एक  घंटा बीत गया परंतु कक्षा में सन्नाटा पसरा था । मैंने पहले ही इतना हड़का जो  दिया था । लड़के भी बड़ी तन्मयता से पेपर हल कर रहे थे ।

  अंतिम घंटे में कुछ सुगबुगाहट शुरू हो गई ।अब मैं सतर्क हो गया था । मुझे अब यह ड्यूटी किसी युद्ध से कम नहीं लग रही थी । मुझे लग रहा था कि अब युद्व मेरे हाथ से निकल रहा है । दीवार पर लगे कैमरे मेरे और लड़कों की एक एक गतिविधि को रिकॉर्ड कर रहे थे । बार  बार  हड़काने के बाद भी खुसुर फुसुर बंद नहीं हो रही थी । अंत मे मैंने हड़काकर कहा " देखिए जिले से यह सूचना आई है कि इस कमरे में बहुत खुसुर फुसुर हो रही है । अगर यह बंद नहीं हुआ तो पूरा कमरा नकल में  बुक हो जाएगा ।

  अँधेरे में फेंका तीर काम कर गया ।पुनः सन्नाटा पसर गया । तभी एक लड़का जेब से कुछ निकालता और मुझे देखकर पुनः जेब में रख लेता ।मैं समझ गया निश्चित ही नकल होगी ।मैं सजग हो गया । आज तो इस लड़के को रंगे हाथ पकडूँगा ।

15 मिनट की बेल बज चुकी थी सभी लड़के लिखने में लगे हुए थे । उस लड़के ने मेरी नजर बचाकर कुछ निकाल कर कॉपी में रख लिया । झट मैं उसके पास जा धमका ।लड़के की सिट्टी पिट्टी गुम हो गई । हाथ जोड़ने लगा ।अब मैं निश्चिन्त हो गया था कि नकल है । मैंने तुरंत कॉपी अपने कब्ज़े में लेकर छानबीन शुरू की ।मैंने पाया कि पाँच सौ का नोट कॉपी में स्टेपिल  था ।

मैं माजरा समझ चुका था ।मैंने कहा " अगर तुम समझते हो कि रुपए रखने से नम्बर बढ़ जाएंगे तो यह तुम्हारी भूल है । तुम्हें अपनी योग्यता पर भरोसा नहीं है क्या ? यह तो एक छोटी सी परीक्षा है आगे कई परीक्षाएं देनी पड़ेगी और कहाँ कहाँ रुपये रखोगे ? अपनी योग्यता पर भरोसा रखो । सफलता तुम्हारे क़दम चूमेंगी ।'"

तुरंत उस लड़के ने माफी मांगी और पाँच सौ का नोट कॉपी से निकालकर जेब में रख लिया ।

डॉ० कमलेंद्र कुमार श्रीवास्तव

रावगंज, कालपी जिला जालौन

उत्तरप्रदेश

 

 

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