आज मैंने गुड़ियों का खोला पिटारा ...!!
ये काजल की डिबिया
ये लाली लिपस्टिक
ये कंगन
ये गजरा
ये पायल और क्या-क्या ...?
आज मैंने गुड़ियों का खोला पिटारा ...!!
ये तोसक
ये तकिया
ये चादर गुलाबी
ये"अम्माँ" के हाथों का "बटुआ"और क्या-क्या...?
ये बड़ी वाली गुड़िया
हरे रंग वाली....
चमकीली चुनर है
नाम इसका रानी ...
ये छुटकी परी है
बड़ी भोली-भाली
पीले दुपट्टे में
लगती है प्यारी ।
लाल लहंगे वाली
ये मंझली निराली
है गोंटा सुनहरा सितारे और क्या -क्या...??
आज मैंने गुड़ियों का खोला पिटारा ...!!
संग -संग रहती
करे खेल सारे
सजती -सजाती
करें मौज सारे
आपस में जाने बतियाती हैं क्या -क्या ...??
आज मैंने गुड़ियों का खोला पिटारा ...!
विजय लक्ष्मी पाण्डेय
आजमगढ़, उत्तर प्रदेश