कितने प्यारे प्यारे मामा
रात को जब तुम आते हो
साथ में अपने तारे लाते हो
मन करता है छू लूं तुमको
पर तुम हाथ नहीं आते हो
तुम हो प्यारे प्यारे मामा
चंदा मामा चंदा मामा
कितने प्यारे प्यारे मामा
कभी गोल तुम कभी हो आधे
कभी चटक तुम कभी हो सादे
सब बच्चों की जान हो मामा
आकाश की शान हो मामा
चंदा मामा चंदा मामा
कितने प्यारे प्यारे मामा
सुखप्रीत सिंह "सुखी"
पोवायां, शाहजहांपुर