बाल श्रम में छोटे छोटे बच्चों से अनेक तरह के काम करवाये जाते हैं जिनमे बाल मजदूरी प्रमुख हैं ! भारत में मजदूर सबसे सस्ते होते हैं और इसका सबसे प्रमुख कारण हैं गरीबी और बेरोजगारी और इसी का फायदा उठाकर बड़े बड़े फैक्ट्रियों में बाल मजदूर रखे जाते हैं और उनसे बाल श्रम करवाया जाता रहा हैं हालाकि अब कुछ गैर सरकारी संस्थाओं के हस्तक्षेप के कारण और सरकार द्वारा कानून ले आने के बाद में "बाल श्रम "अब एक अपराध हैं लेकिन आज भी बाल श्रम चोरी छिपे हो रहा हैं और अब इसमे बच्चों से भींख मंगवाना , जुते पालिश , चाय की दुकान पे काम करना और होटल में बर्तन साफ करवाने जैसे काम होते रहते हैं !
यें भी देखा गया हैं कि कुछ गरीब बच्चों को अमीर लोगों को बेच दिया गया जहाँ पर वो घर की साफ सफाई और नौकरी करते हैं ! कुछ छोटी बच्चियों को जो गरीब परिवार से थी उनको भी अमीर लोगों के हाथों बेच दिया जाता ,जहाँ पर उनका शारीरिक शोषण होता और घर का काम करवाया जाता रहा हैं !
अब सरकार और गैर सरकारी संगठन द्वारा इसकी जांच होती रहती हैं और बाल श्रम निषेध का कडाई से पालन किया जाता हैं ! यदि कोई भी व्यक्ती ,संस्था या कम्पनी को बाल श्रम करवाते पकडा जाता हैं तो उचित कानूनी कार्यवाही की जाती हैं !
बाल श्रम की व्यथा को यदि व्यक्त किया जाये तो -
"बचपन उनका कहीं गुम हो गया हैं ,
गरीबी के झोले में जिनको संभाला था ,
जूतों की सफाई करता हैं वो अब ,
धूल जो पड़ गयी हैं ,भविष्य पे उसके ,
वो गिल्ली -डंडा , वो उच नीच का खेल ,
सब अब खो सा गया हैं ,
निवाले के लिये निकल पड़ता हैं वो ,
बचपन को साथ लिये हर दिन ,
किसी और के जूतों की धूल साफ करने !
- कृष्णा गुजराती
वाराणसी, उत्तर