विधि: इस आसन को करने के लिए समतल भूमि में नर्म आसन बिछाकर दोनों पैर आगे की ओर फैला ले ।दोनों हथेलियों को आपस में मिलाकर दोनों हाथों की सभी अंगुलियों को एक दूसरे में फसा ले । दोनों हाथों को ऊपर उठाये ।कमर और छाती दोनों को घुमाते हुए पैरों की अंगुलियों को छूने का प्रयास करें ।अब दोनों हाथों को चक्की के पाटों की तरह गोल गोल घुमायें ।आगे की ओर झुकते हुए साँस छोड़े ।पीछे की ओर आते हुए गहरी साँस भरें । हाथों से पैरों की अँगुलियाँ छूने का प्रयास करें ।घुटनों को नहीं मोडे ।इसी प्रकार रिवर्स भी करें। आरंभ में 8-10 बार ऐसा करें। धीरे-धीरे समय बढ़ाए ।
लाभ: इस आसन के करने से पेट की बढ़ी हुई चर्बी कम होती है ।स्त्री और पुरुष दोनों ही इस आसन को कर लाभ ले सकते हैं । महिलाओं को गर्भावस्था के पश्चात बढ़े हुए पेट को पहले के समान आकार देने के लिए इस आसन को जरूर करना चाहिए। शरीर को स्वस्थ और सुडौल बनाने के लिए भी यह योग लाभदायक है ।
पुष्पेन्द्र गोस्वामी (प्र०अ०)
पूर्व मा०वि० अजीजपुर , शामली