मै भारत का किसान हूँ
मै छतीसगढ़ का धान हूँ
हमको समझ जाए ऐसा यहां इंसान नहीं,
वो मेहनत क्या जानेगा आखिर,
नेता जी कोई किसान नहीं।
हल चलाकर अन्न उगाता,
भूखे प्राणी का निदान हूँ ।।
साहब मै तो.....
भारत का किसान हूँ ,।
मै छतीसगढ़ का धान हूँ ।।
चना, गेहूँ , मसाले
सब्जियां और बाजरा,
समझ नहीं आता नेता जी..
आखिर क्या है आपका माजरा?
कड़ी धूप ,पसीने से लथपत
रात दिन करे मेहनत।
पर अफसोस कभी
मालिक बन नहीं पाया.
अपनी खुद की उपजाई अन्न,
सही दाम न बेच पाया।।
कभी मौसम की मार,
कभी प्रशासन की फटकार।
और सुनने को तैयार नहीं
यहां की पूरी भ्रष्ट सरकार।
मै भारत का किसान हूँ ।।
मै छतीसगढ़ का धान हूँ ।
और अपना अधिकार हम लेकर रहेंगे,
सोने सा खरा चमक है मेरी
हटके अलग पहचान हूँ ।
देव तुल्य मानते है सब,
हर गांव का मै सम्मान हूँ ।।
मै छतीसगढ़ का धान हूँ ।।
मै भारत का किसान हूँ ।।
भोजराज" गोपी"वर्मा
राजनांदगाँव, छतीसगढ़