विषय: गणित।
कक्षा: 6- 8
आवश्यक सामग्री: वृत बनाने के लिए कोई तार या गत्ते का बड़ा टुकड़ा या किसी बाल्टी का ढक्कन या कोई तश्तरी, रंग बिरंगी टेप व रिबन, कैंची, स्केच, पैंसिल, पटरी एवं इंच टेप इत्यादि।
निर्माण की विधि: सबसे पहले यह चक्र बनाने के लिए तार से एक वृत बना लेंगे, या पहिये का रिम या ढक्कन प्रयोग कर सकते है । इस वृत को रंग बिरंगी टेप से ढक लेंगे । यहां ध्यान यह रखना है कि तार की लम्बार्इ 22 इंच या 22 के गुणांक में हो जैसे 44 या 66 इंच ।अब रंग- बिरंगे रिबन से इस वृत के 22 बराबर खण्ड दर्शा देंगे । इसके बाद केन्द्र से होते हुए एक रेखा धागे या तार की सहायता से डालेंगे, जो परिधि के दोनों भागो पर अच्छी प्रकार से बांध या चिपका देंगे । बस इस प्रकार हमारा यह पाई – टी एल एम तैयार है ।
प्रयोग की विधि: इस नवाचार का प्रयोग हम बच्चो को पाई की अवधारणा समझाने के लिए कर सकते है ।इसके लिए सबसे पहले वृत की परिधि को इंच टेप की सहायता से मालूम कराया जायेगा, इसके पश्चात व्यास की लम्बाई भी इंच टेप या पटरी की सहायता से मालूम की जायेगी। यहां व्यास और परिधि मिलता करने पर बच्चे पायेंगे कि
सावधानियां: बनाया गया वृत समान आकार का हो, टेढ़ा ना हो, व वृत पर दर्शाये गये 22 खण्ड बराबर हो, इसी प्रकार व्यास पर भी बराबर 7 खण्ड दर्शा देने चाहिए, यदि अलग अलग रंग प्रयोग किए है तो विपरीत रंग पास-पास प्रयोग करे । बनाये गये वृत पर कोई तीखा भाग यदि है तो उसे टेप से ढक देना चाहिए, रिबन अच्छी तरह से बंधे या चिपकाए गये हो ।
विशेष: बच्चे स्वयं भी इस तरह का वृत बनाकर परिधि व व्यास के मध्य में सम्बंध स्थापित कर अपने ज्ञान को और अधिक पुनर्बलित कर सकते है।
प्रयोग द्वारा किसी नियम को स्वयं सिद्ध करने व ज्ञान प्राप्त करने का आनंद अलग ही होता है और उस पर बच्चे यह कार्य करे तो किया गया प्रयास सार्थक हो जाता है ।
नवीन कुमार शर्मा (स.अ.)
बालिका पूर्व माध्यमिक विद्यालय,
टपराना