वर्ष 2020 जा रहा है .. बहुत सी कड़वी यादें छोडते हुए | एक तरफ चीन के साथ सीमा पर तनाव चरम पर रहा और दूसरा कोरोना वायरस, जिसने पूरी दुनिया में भयंकर तबाही मचायी | देखा जाए तो दोनों समस्याओं की जड़ चीन ही है क्योंकि कोरोना भी तो चीन से ही चलकर पूरी दुनिया में फैला | बड़ा विचित्र सा देश है चीन | चीन का ड्रैगन हमेशा पडोसी देशों की भूमि पर कुदृष्टि रखता है | तिब्बत को निगलकर अब यह भारत की तरफ बढ़ रहा है | लेकिन इसे चीन का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि भारत में अब एक मज़बूत राजनैतिक नेतृत्व है | भारत का कद एक बार फिर बढ़ रहा है | दुनिया के तमाम बड़े देश अब भारत को नज़रंदाज़ नहीं कर पाते | कोरोना काल के बुरे दौर में पूरी दुनिया के सामने भारत एक आशादीप की तरह चमकता रहा | भारत ने कोरोना वायरस को काफी हद तक नियंत्रण में रखा और वो भी इतनी विशाल आबादी के बावजूद |
दुनिया में कोई देश बीमारी देता है तो कोई आतंकवाद | लेकिन भारतवर्ष आदिकाल से ही विश्व के लिए कुछ न कुछ कल्याणकारी देता रहा है | फिर चाहे वो आयुर्वेद हो या फिर योग | भारतवर्ष की सांस्कृतिक विचारधारा सदा से ही विश्वकल्याण की रही है | हमने सदैव ‘सर्वे भवन्तु सुखिन:’ की बात कही है | हमारे मन में तो हमेशा ‘वसुदैव कुटुम्बकम’ की भावना रहती है |
उम्मीद है कि आने वाले वर्ष में कोरोना दम तोड़ देगा और विश्व राहत की सांस लेगा | वर्ष 2021 आप सभी के जीवन में नयी खुशियाँ लेकर आये, आप सभी स्वस्थ रहें | आशा है कि आने वाला वर्ष जाने वाले वर्ष की तरह निष्ठुर नही होगा |
क्रिसमस की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ |
-जय कुमार