
लाभ: तिर्यक ताड़ासन से शरीर के बगल की ख़ासतौर पर छाती के बगल की मांसपेशियों में खिंचाव आता है तथा उनकी मज़बूती बढ़ती है। कंधे, हाथ, पैर मजबूत होते हैं। चर्बी घटती है। बच्चों की लंबाई बढ़ती है।
सावधानी : ध्यान रहे कि सिर्फ़ दाँये - बाँये ही झुकना है। शरीर को आगे या पीछे न झुकाएं और न ही अपने शरीर में किसी तरह का घुमाव (Twist) आने दें। सांस छोड़ते हुए शरीर की गति पर एकाग्रता बनाए रखें व संतुलन बनाएं। घुटनों के दर्द होने पर इस आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए |तेज पीठदर्द एवं संतुलन संबंधी समस्यायओं से ग्रस्त व्यक्तियों को यह आसन नहीं करना चाहिए। चक्कर आने पर इस आसन का अभ्यास न करें।
सावधानी : ध्यान रहे कि सिर्फ़ दाँये - बाँये ही झुकना है। शरीर को आगे या पीछे न झुकाएं और न ही अपने शरीर में किसी तरह का घुमाव (Twist) आने दें। सांस छोड़ते हुए शरीर की गति पर एकाग्रता बनाए रखें व संतुलन बनाएं। घुटनों के दर्द होने पर इस आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए |तेज पीठदर्द एवं संतुलन संबंधी समस्यायओं से ग्रस्त व्यक्तियों को यह आसन नहीं करना चाहिए। चक्कर आने पर इस आसन का अभ्यास न करें।
पुष्पेन्द्र कुमार गोस्वामी (स0अ0)
उच्च प्राथमिक विद्यालय अजीजपुर
ब्लॉक ऊन जिला शामली