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सृजन समूह शामली, उत्तर प्रदेश

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शनिवार, 9 मई 2020

घुमन्तू घनाभ



शीर्षक : “घुमन्तू घनाभ”
विषय: सभी विषयो के लिए उपयोगी
कक्षा:  1 से 8 सभी के लिए उपयोगी।
आवश्यक सामग्री: वर्गाकार ड्राइंग सीट, पारदर्शी टेप, रंगीन टेप, रंगीन कागज, गोंद इत्यादि ।
निर्माण की विधि: सबसे पहले एक ड्राइंग शीट लेकर इस पर 1-1 इंच दूरी पर कुछ लाइने पटरी की सहायता से खींच लेंगे। इन लाइनों के अन्दर 1-1 इंच के वर्ग बनाते हुए दूसरी ओर भी 1-1 इंच की दूरी पर लाइने खींच लेंगे। इस प्रकार ड्राइंग सीट पर 1-1 इंच के वर्ग बन जायेंगे अब हमे तीन लाइनों में एक साथ 4-4 वर्गों को लेते हुए 12-12 वर्गों को अलग अलग काटकर इस प्रकार से 8 वर्ग समूह ले लेने है । अब एक  12 वर्ग समूह वाली सीट लेकर बीच वाली 4 वर्गों की लाइन को छेड़े बिना बराबर वाली दोनो लाइनो में से 3-3 वर्ग कैंची से काटकर हटा देंगे, यह ध्यान रखना है कि बीच वाली लाइन के बराबर में एक वर्ग एक कोने पर व एक वर्ग दूसरी ओर दूसरे कोने पर ररहे अब इन वर्गों को लाइनो पर से मोड़कर  घन के रूप में मोड़कर टेप की सहायता से चिपका लेंगे। इस प्रकार एक  घन बन जायेगा। इसी प्रकार आठ घन तैयार कर लेने है।
अब 2-2 घनो को लेकर टेप की सहायता से कौने पर से चिपकाकर (जैसे दरवाजे के कब्जे होते है) जोड़े बना लेंगे।  फिर 2-2 जोड़े पास-पास रखकर विपरीत दिशा वाले घन भी टेप की सहायता से चिपका लेंगे। इस प्रकार आठो घनाभ आपस में इस प्रकार जुड़ जायेंगे कि एक घन से दो अलग- अलग कोनो पर दो घन जुडे़ है, जिन्हे एक साथ फैला कर घनाभ का आकार दिया जा सकता है, इकट्ठा करके घन का फिर वापस विपरीत दिशा में घनाभ व इसकी दूसरी दिशा में फिर से घन बन सकता है। बस हो गया तैयार हमारा “घुमन्तू घनाभ”
प्रयोग की विधि:  मुख्य रूप से इस आकृति का प्रयोग गणित विषय में  घन व घनाभ के बीच अन्तर बताने हेतु कर सकते हैं ।  इसी के साथ किसी भी कक्षा के छात्रों को किसी परिवर्तन या वर्गीकरण आदि पढ़ाने हेतु कर सकते है। उदाहरणार्थ किसी कहानी के विभिन्न पात्र या दृश्य, एक परिवार में रहने वाले व्यक्ति, विभिन्न प्राकृतिक घटनायें इत्यादि। इसके लिए जिस समय यह आकृति घन की स्थिति में हो इसके  6 फलकों पर किसी चित्र को चिपकाने के बाद प्रत्येक वर्ग के लाइनो पर काटकर तैयार करने के बाद कर सकते है। आकृति को पलटकर बने वर्गो पर भी यही कार्य करना है। जब बच्चे एक के बाद एक चित्र बदलते हुये देखते हैं तो बच्चे उत्सुकता पूर्वक सीखते है ।
सावधानियां: प्रयोग किया जाने वाला कागज प्रयाप्त मजबूत हो, कोनो को पारदर्शी टेप से सुरक्षित कर सकते हैं,  कक्षा में प्रयोग करने से पहले अभ्यास कर लिया जाना चाहिए
प्रयोग क्षेत्र: इस “घुमन्तू घनाभ” का प्रयोग किसी भी विषय  को प्रस्तुत करने हेतु, कर सकते हैं । विषय व कक्षा के अनुसार  विभिन्न चित्रो को
क्रमानुसार व्यवस्थित कर छात्रों का ध्यान केन्द्रित करने हेतु किया जा सकता है इसी प्रकार किसी कहानी या कविता को प्रस्तुत करने हेतु भी भली-भाँति प्रयोग कर सकते है। छोटे बच्चों को रंगो के बारे में, एवं किसी कहानी, कविता व पर्यावरण के बारे में पढ़ाने हेतु भी इसका प्रयोग कर सकते है ।
विशेष:  पढ़ते समय छात्र अपने सामने किसी आकृति या चित्रो को देखते है तो उनकी एकाग्रता बढ़ जाती है, तो वे अधिक अच्छी तरह सीखते है व कम भूलते है। अपनी कक्षा को पढ़ाने के लिए “घुमन्तू घनाभ” का प्रयोग कर हम अपने छात्रों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर अपने अध्यापन को और अधिक रूचिकर बना सकते है, व छात्र ओर अधिक गहराई से सीख सकते है ।

नवीन कुमार शर्मा (स.अ.)
बालिका पूर्व माध्यमिक विद्यालय,  टपराना

 

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