सन्देश
इन दिनों निरीक्षण के समय बहुत से सुखद परिवर्तन विद्यालयों में देखने को मिल रहें हैं | बहुत से विद्यालयों ने सुन्दर-सुन्दर 'किचन गार्डन' विकसित कर लिए हैं | कुछ विद्यालयों में समृद्ध औषधि वाटिकाएँ देखने को मिल रही हैं | यह सब हमारे शिक्षकों के परिश्रम का ही प्रतिफल है | आदरणीय राज्य परियोजना निदेशक महोदय को जनपद के कुछ विद्यालयों के किचन गार्डन के चित्र भेजे गये तो उन्होंने भी बहुत सराहना की | आजकल शिक्षकों के दायित्व इतने बढ़ गये हैं कि शिक्षक होना कोई आसान कार्य नही रह गया है | समाज में शिक्षण को पहले आराम का कार्य माना जाता था लेकिन यह धारणा भी अब टूट रही है | जितने अधिक शिक्षक के दायित्व बढ़ें हैं उतना ही अधिक शिक्षक का महत्व भी समाज के लिए बढ़ा है | हर्ष की बात तो यह है कि हमारे शिक्षक नयी-नयी चुनौतियों को न केवल स्वीकार कर रहे हैं अपितु अच्छे परिणाम भी दे रहे हैं |
शासन द्वारा चलाये जा रहे महत्वाकांक्षी अभियान 'कायाकल्प' ने विद्यालयों की भौतिक दशा में अभूतपूर्व सुधार किये हैं | अब परिषदीय विद्यालयों में भी वे सुविधायें बच्चों को मिलने लगी हैं जो पहले महँगे निजी विद्यालयों में ही मिल पाती थी |
एक और महत्वपूर्ण बात यह देखने को मिली है और वो है अभिभावकों का विद्यालय से बढ़ता हुआ जुड़ाव | आज अभिभावक विद्यालय में होने वाली गतिविधियों में अधिक सक्रिय भूमिका निभाने लगें है | मीना मंच द्वारा प्रत्येक महीने के अन्तिम सप्ताह में अभिभावकों के लिए जो सत्र आयोजित किये जा रहे हैं उनसे अभिभावक बहुत प्रभावित हो रहे हैं और अपने बच्चों के लिए सुनहरे सपने देखने लगे हैं | अब विद्यालय प्रबन्ध समितियों की बैठकों में भी सदस्य अभिभावकों की उपस्थिति में वृद्धि हुई है |
पुन: अपने शिक्षकों और शिक्षिकाओं को उनके द्वारा किये जा रहे प्रयासों की सराहना करती हूँ और साथ ही अपेक्षा करती हूँ कि जैसे आप लोगों ने विद्यालयों के भौतिक परिवेश को बदला है ऐसे ही आप लोग विद्यार्थियों की शिक्षा में भी गुणात्मक सुधार लायेंगें |
अन्य जनपदों में लोकप्रियता प्राप्त करने के लिए 'सृजन' को बहुत-बहुत बधाई |
गीता वर्मा
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
जनपद-शामली