जहां पर पढ़ना हमने सीखा
हर दम आगे बढ़ना हमने सीखा
नित्य नया प्रकाश हैं पाते
हर दिन निखरना हमने सीखा
जहां सुधरती हमारी हर भूल है
वह हमारा प्यारा स्कूल है,
वह हमारा प्यारा स्कूल है
जहां गुरुजन हमें पढ़ाते
भले - बुरे का ज्ञान कराते
इक पथ हमको ऐसा मिलता
जिसपर नित हम बढ़ते जाते
चन्दन से पावन यहां की धूल है
वह हमारा प्यारा स्कूल है,
वह हमारा प्यारा स्कूल है
माता पिता के उपकारी हम
है शिक्षा के जो अधिकारी हम
गुरुजन ने सब ज्ञान दिलाया
है गुरुजन के आज्ञाकारी हम
हम जहां बने कुसुम से फूल है
वह हमारा प्यारा स्कूल है
वह हमारा प्यारा स्कूल है
उच्च शिक्षा का ज्ञान दिलाया
और खेलों में भी हमें बढ़ाया
गुरू ईश्वर से बढ़कर है
ईश्वर ने भी हमें बताया
जो समझें हमको कोमल
उनको बताया हम शूल हैं
वह हमारा प्यारा स्कूल है
वह हमारा प्यारा स्कूल है
सुखप्रीत सिंह "सुखी "
पुवायां शाहजहांपुर, उत्तर प्रदेश