आजादी का है ये,अमृत महोत्सव,
आओ सब मिलकर,सफल बना दो।
हर घर तिरंगा लगा दो घर-घर तिरंगा लगा दो,
हर घर तिरंगा लगा दो घर-घर तिरंगा लगा दो।
साहस का,त्याग का,बलिदान का,
यह केसरिया,सब को समझा दो।
हर घर तिरंगा लगा दो घर-घर तिरंगा लगा दो,
हर घर तिरंगा लगा दो घर-घर तिरंगा लगा दो।
मिलजुल कर रहें सब,प्रेम भाव के संग,
सफेद रंग यह,सब के दिलों में बसा दो।
हर घर तिरंगा लगा दो घर-घर तिरंगा लगा दो,
हर घर तिरंगा लगा दो घर-घर तिरंगा लगा दो।
कर्तव्य पथ पर रुकें नहीं,हर पल बढ़े चलो,
नीला चक्र यह,सबको दिखला दो।
हर-घर तिरंगा लगा दो घर-घर तिरंगा लगा दो,
हर घर तिरंगा लगा दो घर-घर तिरंगा लगा दो।
उन्नति,हरियाली-खुशहाली फैले भरपूर,
हरा रंग यह,सब का लक्ष्य बना दो।
हर घर तिरंगा लगा दो घर-घर तिरंगा लगा दो,
हर घर तिरंगा लगा दो घर घर तिरंगा लगा दो।
पुष्पेंद्र सैनी प्र0 अ0
प्राथमिक विद्यालय मानकपुर
थानाभवन (शामली)