विधि:
सुखासन या पदमासन में बैठें। रीढ़ व गर्दन सीधी। श्वास को धीरे धीरे बाहर निकालें।अधिक से अधिक श्वास बाहर निकालें। पेट की मांसपेशियों को अंदर (रीढ़ की ओर)खींचें।अब पेट को ढीला करके धीरे धीरे श्वास को पूरा भरें। इतना भरें कि श्वास कण्ठ तक भर जाय। इसी प्रकार श्वास को 5 मिनट तक छोड़ें व लें। अभ्यास होने पर समय को 10-15 मिनट तक बढ़ाएं।
लाभ:
1.गहरे श्वास से पेट,फेफड़े,डायफ्राम प्रभावित होते हैं। इनकी कार्यक्षमता बढ़ती है। श्वसन तंत्र मजबूत होता है।पाचन अच्छा होता है।
2.गहरे श्वास से सम्पूर्ण शरीर में प्राण का भरपूर संचार होता है जिससे सभी अंगों की कार्यप्रणाली अच्छी होती है।
सावधानी :-
खाली पेट अवस्था में ही यह प्राणायाम किया जाय।
पुष्पेंद्र कुमार सैनी प्र0अ0,
प्राथमिक विद्यालय मानकपुर,
थानाभवन(शामली)