विषय: विज्ञान एवं ई०वी०एस०
कक्षा: सभी के लिए उपयोगी।
आवश्यक सामग्री: विद्यालय-प्रांगण, चाक या चूना, कोई खिलौना (कार, बस, हवाई जहाज, रेलगाड़ी ईत्यादि)
निर्माण की विधि: सबसे पहले विद्यालय प्रांगण के अन्दर एक खुली जगह में भारत के नक्शे की बड़ी सी आकृति बनायेंगे, और फिर इसे चाक या चूने से गहरा कर देंगे। सुविधानुसार इसके अन्दर अलग-अलग राज्यों को भी लाईन द्वारा दर्शा देंगे। इसी नक्शे के पास कुछ खिलौने (कार, बस, हवाई जहाज, रेलगाड़ी ईत्यादि) रख देंगे। यदि खिलौने न हो तो इनका प्रतीक मानकर कोई ओर वस्तु (जैसे, कोई ड़ण्ड़ी, पत्ता, डस्टर ईत्यादि) भी रख सकते है। बस हमारा नवाचार तैयार है!
प्रयोग की विधि: सबसे पहले यह खेल खेलने के लिए कुछ बच्चों का चयन कर लेंगे। अब खिलौने या प्रतीक में से उनका पसंदीदा वाहन चुनने के लिए कहेंगे, या यह कार्य टास करके, या कुछ पर्चियों पर नाम लिखकर, व बच्चों से उठवाकर भी कर सकते है । अब एक-एक बच्चे को बुलाकर उनका पसंदीदा राज्य या शहर पूछेंगे और जो वाहन उन्होने चुना है उसके द्वारा उन्हें नक्शे पर पहुंचने के लिए कहेंगे । बच्चों को अपने ठीक स्थान पर व अपने वाहन की गति के अनुसार ( जैसे हवाई जहाज उड़ान भरेगा व बहुत जल्दी अपने स्थान पर पहुंचेगा, परन्तु रेलगाड़ी छुक-छुक करती सीटी बजाती चलेगी व अधिक समय लेगी । हवाई जहाँ कम समय लेगा यह दर्शाने के लिए यह उड़ान भरने का अभिनय करके नक्शे का एक चक्कर लगायेगा व तुलना अपने गंतव्य पहुंचेगा, अन्य वाहन नक्शे के 2, 3 या अधिक चक्कर लगकर अपने गंतव्य
पहचान पायेंगे) चलाने की विधि का ठीक से अभिनय करते हुए पहुंचने पर अंक या पुनर्बलन दिया जायेगा। बच्चे बड़ी रूचि के साथ यह गतिविधि कर पायेंगे।
सावधानियां: नक्शे को बनाते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि यह नक्शे से अधिक से अधिक मिलता हुआ हो। बच्चे गतिविधि करते समय नक्शे की लाईन पर पैर ना रखे यह ध्यान रखना चाहिए। गतिविधि के प्रारम्भ मे बच्चों को विभिन्न वाहनों के संचालन के बारे में व गति के बारे में एक अनुमान लगाने देना चाहिए। गतिविधि करते समय बच्चे स्वयं को या साथियो को चोट न पहुंचाए इसका ध्यान विशेष रूप से रखना चाहिए।
विशेष: इस गतिविधि के द्वारा बच्चे भारत के नक्शे को वास्तविक रूप से आत्मसात कर पायेंगे, साथ ही साथ विभिन्न राज्यों के नाम व अन्य स्थानों के नाम व उनकी नक्शे पर स्थिति जान पायेंगे व स्मरण कर पायेंगे । साथ ही साथ विभिन्न प्रकार के वाहनो, व उनकी गति व संचालन की विधि का अनुमान कर पायेंगे एवं दूरी के अनुसार हमे किस साधन का प्रयोग करना चाहिए इस बारे में भी निर्णय कर पायेंगे।
नक्शे को बदल कर हम यह विधि विश्व भ्रमण या किसी विशेष शहर (जैसे दिल्ली दर्शन या मुंबई दर्शन) या पर्यटक स्थल के लिए भी कर सकते है ।
नवीन कुमार शर्मा (स.अ.)
बालिका पूर्व माध्यमिक विद्यालय, टपराना