किशोरावस्था में मोबाइल: लाभ हानि और सावधानियां

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    किशोरावस्था वह अवस्था है जब लगता है कि केवल हम ही सही हैं और हमें सब चीजों का पूर्ण ज्ञान है । यह व्यवस्था है जब संवेगों का द्वंद भीतर युद्ध करता है । ऐसे में हमारे वातावरण का, हमारे द्वारा प्रयोग की गई चीजों का हम पर एक व्यापक प्रभाव पड़ता है । जिसके फलस्वरुप बालक का बौद्धिक शारिक परिवर्तन होने लगता है। आज हमें अपना जीवन सुगम बनाने हेतु नित नए सहायक उपकरणों की आवश्यकता हो गई है । वर्तमान समय में मोबाइल उनमें मुख्य है। आज के समय में क्या बच्चे, क्या जवान, और क्या बूढ़े, बिना मोबाइल के जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते है। आइए चर्चा करते हैं कि किशोरावस्था में मोबाइल प्रयोग के क्या क्या लाभ है ?
1.आज जिस समय अधिकांश माता-पिता दोनों ही कामगार हैं । ऐसे में बच्चे अपना कार्य पूरा करने के लिए फोन में इंटरनेट का सहारा लेते हैं । साथ में बताती चलती हूं मोबाइल के साथ इंटरनेट भी महत्वपूर्ण है।
2.वर्तमान समय में जब कोविड-19 के कारण विद्यालय व सभी सामूहिक एकत्र होने वाली जगह बंद है तो ऐसे में बच्चों के शैक्षणिक कार्यक्रम, उनकी शिक्षा इसी मोबाइल फोन द्वारा पूर्ण की जा रही है।
3.किशोरावस्था के बालक इतने बुद्धिमान हो जाते हैं कि वह अब कोविड-19 के समय में बाजार में मुद्रा विनिमय फोन में स्थित कई सहायक ऐप के रूप में पेटीएम, फोन पे, यूपीआई आदि के द्वारा पूरा कर देते हैं।
4.मोबाइल के माध्यम से छात्र कोई भी कागज स्कैन कर दूसरी जगह प्रेषित कर सकते हैं अपने परियोजना कार्य इत्यादि पूर्ण करते हैं।
5.अब जब सब कार्य यांत्रिक हो रहा है तो पत्र व्यवहार भी मेल के द्वारा इस मोबाइल से शुभम रूप से हो पाते हैं।
6.मोबाइल एक बंद मुट्ठी के समान है जो खुल जाने पर संसार में कहां, क्या हो रहा है ? उसका ज्ञान शीघ्रता से कराता है!
हर चीज के दो पहलू होते हैं जैसे मोबाइल के लाभ है उसी प्रकार मोबाइल फोन से हानियां भी हैं।
1.जब किशोर अथवा किशोरी काम करने के लिए कुछ भी गूगल करता है तो गूगल एक चीज पूछने पर आपको उससे संबंधित सो चीजें प्रदर्शित करता है तो वहां पर अनेपेक्षित चीजें भी आती है जो बालक अनायास ही या जिज्ञासावश खोल लेता है जो हानिकारक है।
2.वर्तमान समय में जब शिक्षा का कार्य इसी पर हो रहा है तो ज्यादा देर तक मोबाइल फोन चलाने से आंखों पर भी इसका असर हो रहा है जिससे नजर खराब होने की संभावना अधिक बढ़ रही है।
3.किशोरावस्था चल अवस्था है ऐसे में ज्यादा धन संबंधी कार्य होने से उसका दुरुपयोग होने की संभावना भी रहती है।
  मोबाइल का प्रयोग करते समय अभिभावकों को कुछ चीजों का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है। मोबाइल को सिर्फ नियत समय के लिए ही प्रयोग करें जैसे कक्षाओं हेतु या कभी-कभी थोड़ा मनोरंजन हेतु। फोन में गेम फिल्म आदि डाउनलोड ना करें। मोबाइल की सेटिंग्स में जाकर "सेफ सर्च" का विकल्प चयनित करें। बीच-बीच में निगरानी करते रहे कि बच्चा क्या कर रहा है। मेरा मानना है यदि हम इन सब सावधानियों को ध्यान में रखकर बच्चों से किशोरावस्था में मोबाइल का प्रयोग कर आएंगे तो हम उनको ज्ञान भी दिला सकेंगे और साथ में बुरी चीजों से भी बचा सकेंगे।

अंजना भट्ट ए.एस. विजय
दरयागंज, दिल्ली
दूरभाष 98104 25727



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